उदयपुरवाटी में विनोबा भावे की 130वीं जयंती मनाई:गायत्री परिवार ने किया पौधारोपण, श्रद्धासुमन अर्पित किए
उदयपुरवाटी में विनोबा भावे की 130वीं जयंती मनाई:गायत्री परिवार ने किया पौधारोपण, श्रद्धासुमन अर्पित किए

उदयपुरवाटी : उदयपुरवाटी के खानेश्वर धाम गो सेवा उपचार केंद्र धनावता पर शुक्रवार को अखिल विश्व गायत्री परिवार की स्थानीय शाखा ने विनोबा भावे की 130वीं जयंती मनाई। कार्यक्रम में विनोबा भावे के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं ने वट और पीपल के पौधों की विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर पौधारोपण किया। सामजिक कार्यकर्ता एडवोकेट मोतीलाल सैनी और बद्री प्रसाद तंवर ने भूदान आंदोलन के प्रणेता संत विनोबा भावे के जीवन पर चर्चा की। वक्ताओं ने बताया कि संत भावे ज्ञान, गंगा और गायत्री को सनातन संस्कृति का मुख्य आधार मानते थे। वे आत्म प्रशंसा से दूर रहते थे। विनोबा भावे सात से अधिक भाषाओं के ज्ञाता थे और गांधीवादी विचारधारा के अनुयायी थे।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में राधेश्याम सैनी एंड पार्टी तथा गायत्री परिवार के लोगों ने भजन प्रस्तुत किए। इस अवसर पर गोशाला समिति के अमित जांगिड़, सुरेश कुमार वर्मा, सुनील सैनी, महेश सिंगोदिया, लालचंद सैनी, विश्वास तंवर, रामादेवी, सावित्री देवी, जयश्री तंवर, डिंपल, देविका और मूलचंद सैनी उपस्थित रहे।