पिलानी क्षेत्र के किसानों पर फिर मौसम की मार, खरीफ की फसलें नष्ट – राहत की गुहार
पिलानी क्षेत्र के किसानों पर फिर मौसम की मार, खरीफ की फसलें नष्ट – राहत की गुहार

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : निरंजन सैन
पिलानी : पिलानी क्षेत्र के किसान एक बार फिर मौसम की मार झेलने को मजबूर हैं। लगातार हो रही अत्यधिक बारिश के कारण खरीफ की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। इससे पहले रबी सीजन में भी किसानों को ओलावृष्टि का सामना करना पड़ा था, जिसमें उनकी फसलें नष्ट हो गई थीं। अब मानसून की बेरहम बारिश ने कपास, मूंग, चवला, बाजरा व ग्वार जैसी प्रमुख फसलों को चौपट कर दिया है। ग्रामीण किसानों का कहना है कि इस आपदा से उनकी मेहनत पर पानी फिर गया है। घर चलाने के लिए आय का कोई और साधन न होने के कारण किसान लगातार कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे हैं।
किसानों का कहना है कि पहले ओलावृष्टि ने नुकसान पहुंचाया और अब बारिश ने उनकी उम्मीदें ही तोड़ दी हैं। बेरी छापड़ा लीखवा सरदारपुरा, सुजडोला, पीपली दुदवा, दुदी, लाड़ूंदा सहित आसपास के कई गांवों में खेतों में पानी भर जाने से फसलें पूरी तरह से नष्ट हो चुकी हैं। किसान अब सरकार से मदद की आस लगाए बैठे हैं। किसानों की मांग है कि सरकार उनकी स्थिति को देखते हुए केसीसी लोन के ब्याज को माफ करे, सोसायटी ऋण माफी की घोषणा करे तथा फसल नुकसान का उचित मुआवजा प्रदान करे, ताकि कर्ज में डूब चुके किसानों को राहत मिल सके। किसानों का कहना है कि यदि समय रहते सरकार ने राहत कदम नहीं उठाए तो गांवों में आर्थिक संकट और गहराता जाएगा।
मंगलवार को फसल खराबे को लेकर सुखवीर सांगवान, नरेश सांगवान, विनोद गढ़वाल, रमेश श्योराण, पवन खोरडीया , भूपेंद्र, सोमवीर श्योराण, कश्मीर कोठारी, दयानंद सांगवान, राजेंद्र सांगवान, राजेश सांगवान, राजवीर डीलर, बलवीर मेघवाल, सतेंद्र मेघवाल, राजेंद्र गढ़वाल, संदीप सांगवान, वेदपाल सांगवान, विजयपाल सांगवान, अमरजीत सांगवान सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।