समता आंदोलन समिति के अध्यक्ष पर कानूनी कार्यवाही की मांग को लेकर आदिवासी समाज ने मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम पाटन तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
समता आंदोलन समिति के अध्यक्ष पर कानूनी कार्यवाही की मांग को लेकर आदिवासी समाज ने मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम पाटन तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

नीमकाथाना : राजस्थान आदिवासी समाज तहसील पाटन ने समता आंदोलन समिति का रजिस्ट्रेशन निरस्त करने एवं समिति के अध्यक्ष पर कानूनी कार्यवाही की मांग को लेकर पाटन तहसीलदार को मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। आदिवासी समाज पाटन ने ज्ञापन में लिखा है कि 1 अगस्त 2025 को समता आंदोलन समिति रजि. गंगाराम की ढाणी वैशाली नगर जयपुर द्वारा राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर को एक ज्ञापन प्रेषित किया गया था। जिसमें मीणा समुदाय के कार्मिक अधिकारियों के आतंक से एसएमएस अस्पताल को मुक्त करने का विषय लिखा गया था। उस ज्ञापन में मीणा समुदाय के कार्मिकों को आतंकी कहकर संबोधित किया गया है। साथ ही कर्मचारियों और अधिकारियों पर झूठे और मनगढ़ंत एवं बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं जो कि सरासर गलत और निराधार है।
आदिवासी समाज तहसील कार्यकारिणी पाटन के अध्यक्ष मालीराम मीणा ने बताया कि समिति के अध्यक्ष पाराशर नारायण शर्मा के द्वेषतापूर्ण और दुर्भावनापूर्ण रवैया से पूरा आदिवासी समाज आहत में है। जिससे संपूर्ण आदिवासी समाज में भयंकर आक्रोश पनप रहा है। पूर्व में भी पाराशर नारायण शर्मा के द्वारा अनुसूचित जाति और जनजाति के विरोध में कई द्वेषपूर्ण कार्यवाहियां सामने आ चुकी है। आदिवासी समाज ने ज्ञापन के जरिए राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और राज्यपाल से समाज में द्वेषता फैलाने वाली उक्त समिति का रजिस्ट्रेशन निरस्त करने एवं दोषियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।
इस दौरान आदिवासी समाज पाटन तहसील अध्यक्ष मालीराम मीणा, महामंत्री प्रहलाद मीणा, उपाध्यक्ष महावीर प्रसाद मीणा एडवोकेट नाहर सिंह मीणा, प्रेम प्रकाश मीणा, मामराज मीणा, सुगनचंद मीणा, फतेहचंद मीणा, कैलाश मीणा, मदन लाल मीणा, महिपाल मीणा सहित पाटन तहसील के मीणा समाज के लोग मौजूद रहे।