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बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालयकी बिट्स-सीरी पिलानी के मध्य 2 एमओयू पर बनी सैद्धांतिक सहमति


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बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालयकी बिट्स-सीरी पिलानी के मध्य 2 एमओयू पर बनी सैद्धांतिक सहमति

एमओयू के साथ बिटीयू शोध-अनुसंधान के क्षेत्र में नए आयाम करेगा स्थापित : प्रो.अखिल रंजन गर्ग, कुलगुरु

बीकानेर : बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय बीकानेर के एक प्रतिनिधिमंडल ने कुलगुरु प्रो. अखिल रंजन गर्ग की अध्यक्षता में बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (बिट्स) पिलानी एवं सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीरी) पिलानी का दो दिवसीय दौरा किया। विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि इस आधिकारिक दौरे में देश के विख्यात तकनीकी संस्थान बिट्स पिलानी-सीरी पिलानी और बीटीयू के मध्य अलग-अलग दो महत्वपूर्ण शैक्षणिक सहयोग के लिए एमओयू पर सैद्धांतिक सहमति बनी है। यह सहमति छात्रों और संकाय सदस्यों के एक्सचेंज, संयुक्त सर्टिफिकेशन कोर्स, लोकल चैप्टर क्लबों की स्थापना तथा प्रयोगशालाओं और संसाधनों के साझा उपयोग जैसे प्रमुख बिंदुओं पर आधारित है। इस अवसर पर कुलगुरु प्रो.अखिल रंजन गर्ग, बिट्स के कुलगुरु प्रो. रामगोपाल राव एवं सीरी निदेशक डॉ.पीसी पंचारिया, इसीबी प्राचार्य डॉ.ओपी जाखड़, बीटीयू के इंस्टिट्यूट इंडस्ट्री रिलेशन के अधिष्ठाता डॉ. गणेश प्रजापत, रानू लाल चौहान, डॉ. ऋतुराज सोनी और डॉ. राजकुमार चौधरी सहित संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारी और प्रतिनिधि मौजूद उपस्थित थे।

कुलगुरु प्रो. अखिल रंजन गर्ग ने कहा कि विश्वविद्यालय मे शोध और अनुसंधान के लिए अनुकूल वातावरण का निर्माण करने के साथ दोनों पक्ष इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से दोनों अनुसंधान गतिविधियों पर आपसी सहयोग का दायरे को बढ़ाएंगे। आज के परिदृश्य में इंजीनियरिंग शिक्षा के क्षेत्र में अति-उत्कृष्टता प्राप्त करना आवश्यक है। दोनों पक्ष उद्यमिता, नवाचार और कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए संयुक्त अनुसंधान पहलों में शामिल होंगे। दोनों पक्षों का मानना है कि दोनों के बीच घनिष्ठ सहयोग संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों के लिए अपने कौशल और ज्ञान को बढ़ाने के लिए बड़ा लाभकारी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा की वर्तमान समय में शिक्षक और विद्यार्थियों में उद्यमिता, स्वावलम्बन एवं कौशल विकास करना आवश्यक है। यह समझौता ज्ञापन छात्र विनिमय कार्यक्रमों के साथ-साथ संकाय विनिमय कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के अवसरों का मार्ग प्रशस्त करेगा।यह एमओयू हमें रिसर्च और एक्सचेंज प्रोग्राम के माध्यम से मदद करेगा। विद्यार्थियों के लिए रिसर्च प्रोजेक्ट्स, को-डेवलपमेंट, शिक्षक, विद्यार्थी और शोधार्थियों के एक्सचेंज प्रोग्राम के साथ नवीतम कोर्सेज की संभावनाओं को तलाश करेगा।

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