चंवरा के मोरिंडा धाम में रुक्मणी विवाह के साथ कथा का समापन, आज होगा हवन और भंडारा
रुक्मणी विवाह में श्रद्धालुओं ने बढ चढकर कर किया कन्यादान

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : जेपी महरानियां
चंवरा : कस्बे के गुढा रोड़ किशोरपुरा सीमा पर स्थित पलटूदास अखाड़ा पंचमुखी हनुमान मंदिर मोरिंडा धाम में रुक्मणी विवाह के साथ श्रीमद्भागवत कथा का समापन किया गया। आज सुबह हवन किया जाएगा। इसके बाद विशाल भंडारा शुरू किया जाएगा। कथा में कथावाचक दिनकर शास्त्री ने रुक्मणी कृष्ण विवाह एवं भगवान श्री कृष्ण के 16108 विवाहों का विस्तार से वर्णन किया।
भगवान कृष्ण की आठ पटरानियों का भक्तों को भागवत के माध्यम से श्रवण करवाया। इसके बाद सुदामा चरित्र परीक्षित मोक्ष एवं कलयुग का वर्णन हुआ। कथावाचक ने कहा कि अब तक भगवान के 24 अवतारों में से 23 अवतार ही हुए हैं लेकिन आगे घोर कलयुग आने वाला है जिसमें कलिंग अवतार होगा। कथा में रुक्मणी विवाह और कृष्ण सुदामा की संजीवन झांकी सजाई गई।
रुक्मणी विवाह में बाराती जमकर थिरके। कृष्ण और सुदामा की झांकी के दृश्य को देखकर श्रद्धालुओं की आंखों में आंसू आ गए। कथावाचक ने कहा कि मित्रता करनी है तो कृष्ण सुदामा जैसी कीजिए। मित्रता में कोई छोटा और बड़ा नहीं होता। मित्रता को हमेशा दिल से निभाना चाहिए। श्रद्धालुओं द्वारा रुक्मणी विवाह में बढ चढकर कर कन्यादान किया गया। इस दौरान महंत रघुनाथ दास महाराज,फेरन दास महाराज, दीपक दास महाराज, ताराचंद दास महाराज, तुरंत दास महाराज, मंदिर कमेटी अध्यक्ष गजराज सिंह शेखावत सहित काफी संख्या में भक्त श्रद्धालु मौजूद रहे।