झुंझुनूं में DTO की सख्ती के खिलाफ डंपर-मालिकों का प्रदर्शन:चालान माफी और RC बहाली की मांग; विभाग ने 647 डंपरों की RC की थी निलंबित
झुंझुनूं में DTO की सख्ती के खिलाफ डंपर-मालिकों का प्रदर्शन:चालान माफी और RC बहाली की मांग; विभाग ने 647 डंपरों की RC की थी निलंबित

झुंझुनूं : झुंझुनूं में जिला परिवहन कार्यालय (DTO) की कार्रवाई के विरोध में आज डंपर मालिकों ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया। डंपर यूनियन के आह्वान पर सैकड़ों डंपर चालक अपने वाहनों के साथ जिला परिवहन कार्यालय पहुंचे और घेराव कर प्रदर्शन किया। इसके कारण सीकर रोड पर यातायात व्यवस्था भी बाधित रही।
दरअसल, जिला परिवहन विभाग ने बकाया राजस्व राशि का भुगतान न करने और निर्धारित समय पर डंपरों की फिटनेस जांच न करवाने के चलते एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 647 डंपरों के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) निलंबित कर दिए थे।
इसके बाद 650 वाहन मालिकों ने अपने डंपरों की जांच करवाई और बकाया ई-चालान की राशि भी जमा कराई है। परिवहन विभाग ने स्पष्ट किया है कि निलंबित RC केवल तभी बहाल की जाएगी, जब वाहन मालिक बकाया राशि का पूर्ण भुगतान कर देंगे और अपने डंपरों पर लगे अतिरिक्त बॉडी को कटवाकर उन्हें निर्धारित मानकों के अनुसार जांच करवा लेंगे। विभाग के अनुसार, सड़क सुरक्षा और ओवरलोडिंग की समस्या पर अंकुश लगाने के लिए यह कार्रवाई की गई है।
सड़कों पर ओवरलोड डंपरों की संख्या में आई कमी
परिवहन विभाग की सख्ती का असर भी दिखाई दिया। अब सड़कों पर पहले की तरह ओवरलोड डंपरों की संख्या में कमी आई है। ओवरलोडिंग के कारण अक्सर सड़क दुर्घटनाएं होती थीं और सड़कों को भी भारी नुकसान पहुंचता था, लेकिन इस कार्रवाई के बाद हादसों में कमी आने की संभावना है।
डीटीओ को सौंपा ज्ञापन, पांच सूत्रीय मांगें रखी
डंपर यूनियन ने डीटीओ को अपना मांग पत्र सौंपा, जिसमें पांच सूत्रीय मांगें रखी। इनमें प्रमुख रूप से चालान की राशि को पूर्ण रूप से माफ किया जाए। निलंबित किए गए सभी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) तुरंत बहाल किए जाएं। डंपरों से अतिरिक्त बॉडी को हटाने के लिए पर्याप्त समय दिया जाए। वाहनों की जांच प्रक्रिया को सरल बनाया जाए। पूर्व में जारी किए गए चालानों पर पुनर्विचार किया जाए।
डंपर यूनियन के नेताओं ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी इन मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं की जाती है, तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
डंपर मालिक बोले- RC निलंबित करने से आर्थिक नुकसान
यूनियन नेताओं ने परिवहन विभाग पर आरोप लगाया कि बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक इतनी बड़ी संख्या में RC निलंबित करने से डंपर मालिकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पहले से ही महामारी और आर्थिक मंदी के कारण उनका व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित था, और अब इस तरह की कठोर कार्रवाई से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
DTO का सख्त रुख, नियमों के पालन पर जोर
जिला परिवहन अधिकारी (DTO) मक्खनलाल जांगिड़ का कहना है- सड़कों पर यातायात नियमों का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है। आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की पहली जिम्मेदारी है, और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वाहन मालिकों को नियमों के अनुसार बकाया राशि का भुगतान करना होगा और अपने वाहनों की जांच निर्धारित मानकों के अनुरूप करवानी होगी। इसके बाद ही उनकी RC बहाल की जाएगी।
खनन विभाग ने किया ओवरलोडिंग से इनकार
खनन विभाग के अधिकारी रामलाल जाट ने कहा कि खनन मालिकों द्वारा जितना माल वाहनों में लोड किया जाएगा, उसी के अनुसार ई-रवन्ना (ई-चालान) जारी किया जाएगा। यदि डंपर मालिक नियमों का पालन करते हुए अंडरलोडिंग करके चलेंगे तो उन्हें चालान से बचने का अवसर मिलेगा।