सीकर में पानी के लिए प्रदर्शन-नारेबाजी:ग्रामीण बोले- महंगे दामों पर पानी के टैंकर डलवाने पड़ रहे, आंदोलन की चेतावनी दी
सीकर में पानी के लिए प्रदर्शन-नारेबाजी:ग्रामीण बोले- महंगे दामों पर पानी के टैंकर डलवाने पड़ रहे, आंदोलन की चेतावनी दी

सीकर : गर्मियों की शुरुआत होते ही राजस्थान के कई जिलों में पेयजल का संकट भी गहराने लगा है। आज सीकर शहर के नजदीकी गांव सबलपुरा के ग्रामीणों ने जलदाय विभाग की पानी की टंकी के पास विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीण पानी सप्लाई नहीं होने से आक्रोशित नजर आए। ग्रामीणों ने जलदाय विभाग, जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

800 घरों में पानी की समस्या
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई दिनों से जलदाय विभाग की ओर से बनाई गई पानी की टंकी से एक बूंद भी पानी सप्लाई नहीं हुआ। जिससे करीब 800 घरों में पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। स्थानीय लोग पानी की पूर्ति के लिए पैसे देकर महंगे दामों में पानी के टैंकर मंगवा रहे हैं।पेयजल की समस्या को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, जलदाय विभाग के अधिकारियों और मुख्यमंत्री पोर्टल 181 नंबर पर भी कई बार शिकायत दर्ज करवाई लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हुआ।

30 सालों पहले हुआ था ट्यूबवेल का निर्माण
जलदाय विभाग की पानी की टंकी से पानी सप्लाई नहीं होने से आधा गांव पानी को लेकर त्राहि-त्राहि कर रहा है। उपसरपंच गजेंद्र सिंह ने बताया कि सबलपुरा में पिछले करीब एक सप्ताह से पेयजल की समस्या बनी हुई है। सबलपुरा पहले ग्राम पंचायत थी लेकिन अब परिसीमन के बाद इसे सीकर नगर पालिका क्षेत्र में ले लिया गया है। गांव में करीब 30 वर्ष पहले विधायक कोटे से ट्यूबवेल का निर्माण करवाया गया था जिससे जलदाय विभाग की बनाई हुई टंकी में पानी की सप्लाई होती है। लेकिन अब टेबल पुराना हो चुका है और पानी की सप्लाई बाधित हो रही है।
कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों को मामले से अवगत करवाया तो उन्होंने दूसरे ट्यूबवेल के लिए प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया। लेकिन प्रस्ताव भेजने और दूसरा ट्यूबवेल होने में समय लगेगा। इसके चलते लोगों को कई दिनों तक परेशान होना पड़ेगा। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ ग्रामीणों को मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा।