नवलगढ़ में हजारों लोगों ने शांतिपूर्ण ढंग से निकाला गैर जुलूस, सांड ने खोली नगरपालिका की व्यवस्थाओं की पोल
नवलगढ़ में हजारों लोगों ने शांतिपूर्ण ढंग से निकाला गैर जुलूस, सांड ने खोली नगरपालिका की व्यवस्थाओं की पोल

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
नवलगढ़ : होली के दूसरे दिन धूलंडी पर दशकों से नवलगढ़ में आयोजित होने वाला राजस्थान का प्रसिद्ध गैर जुलूस शांतिपूर्ण रहा। शुक्रवार को प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार, गैर जुलूस में करीब 7 हजार से अधिक लोग शामिल हुए। सुबह 7 बजे से ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी जुलूस को सफलतापूर्वक निकालने के लिए तैयारियों में जुटे हुए थे। जुलूस में शामिल टोलियों को समय पर आगे बढ़ने के लिए पुलिस प्रशासन ने लगातार मान-मनुहार की।
गैर जुलूस में लोग ढप पर थाप, रंग-गुलाल लगाकर फाल्गुनी धमालों में मस्ती करते हुए जुलूस में शामिल हुए। जुलूस करीब 11.30 बजे पुरानी नगर पालिका वाली गली में पहुंचा और तय समय 12.15 बजे के आसपास अंतिम टोली मरकज मस्जिद के पास से निकल गई।
नगरपालिका की व्यवस्थाओं की खुली पोल: सांड ने मचाया हड़कंप
हालांकि, नगरपालिका की व्यवस्थाओं की पोल भी इस जुलूस के दौरान खुल गई। सुबह करीब 10.30 बजे नानसा गेट रामदेवरा तिराहे पर भारी भरकम सांड जुलूस की भीड़ में घुस गया, जिससे हड़कंप मच गया। सांड ने अपनी सींगों से लोगों को उछालकर और पैरों से रौंदकर करीब 8-10 लोगों को घायल कर दिया। इनमें से एक व्यक्ति का सिर फट गया, जिसे गेर जुलूस में शामिल युवकों ने गमछे से पट्टी बांधकर खून रोका और उसे इलाज के लिए भेजा। सांड फिर नानसा गेट में घुसकर बड़ा शिव मंदिर वाली गली में चला गया।
कड़े सुरक्षा इंतजाम: कलक्टर व एसपी की मौजूदगी में तैनात हुआ भारी सुरक्षा बल
गैर जुलूस की सुरक्षा के लिए जिला कलक्टर रामावतार मीणा और एसपी शरद चौधरी की मौजूदगी में प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए थे। एडीएम अजय आर्य, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेंद्र सिंह व फूलचंद मीणा, नवलगढ़ एसडीएम जय सिंह, पुलिस उपाधीक्षक राजवीर सिंह चंपावत, थानाधिकारी सीआई सुगन सिंह सहित 100 से अधिक प्रशासनिक कर्मचारी और 650 से अधिक पुलिसकर्मी, आरएएफ, घोड़ा पुलिस, क्यूआरटी, आरएसी सहित अन्य सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था। झुंझुनूं जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के अलावा अन्य जिलों से भी कई आरपीएस अधिकारियों को ड्यूटी पर लगाया गया।
गैर जुलूस ने अपनी पूरी यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से पूरी की, हालांकि सांड की घटना ने नगरपालिका की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए।