डोटासरा बोले-बीजेपी में नया मॉडल,कमजोर को सत्ता सौंप दो:पर्ची भेजो और दिल्ली से सरकार चलाओ; जिसको पता नहीं MLA बनूंगा, उसको प्रदेश दे देंगे
डोटासरा बोले-बीजेपी में नया मॉडल,कमजोर को सत्ता सौंप दो:पर्ची भेजो और दिल्ली से सरकार चलाओ; जिसको पता नहीं MLA बनूंगा, उसको प्रदेश दे देंगे

जयपुर : पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक बार फिर बीजेपी और प्रदेश की भजनलाल सरकार पर सवाल खड़े किए। डोटासरा ने कहा- आजकल बीजेपी में नया मॉडल चल रहा है। कोई भी पपेट (कठपुतली) बैठाओ। सबसे कमजोर व्यक्ति को लाओ। उसे सत्ता सौंप दो और दिल्ली से सरकार चलाओ। पर्ची भेजो, आंख बंद करके अगला साइन करें और पर्ची के मुताबिक काम करें।
डोटासरा ने कहा- यह मॉडल देश, प्रदेश और लोगों के लिए खतरनाक है। कम से कम आप जिस आधार पर वोट मांग रहे हो, जनता में जा रहे हो। उसको यह बताओ कि हमारे यह 4-5 प्रमुख नेता हैं। इनमें से हम किसी एक को नेतृत्व देंगे। आप एक नहीं बता सकते तो आप दो-तीन बता दो।
उन्होंने कहा- जिसको पता ही नहीं कि मैं एमएलए भी बनूंगा, उसको आप प्रदेश दे देंगे। फिर उसको आजादी के साथ काम करने नहीं देंगे तो उसका खामियाजा वो पार्टी नहीं, बल्कि प्रदेश और देश भुगतेगा। ऐसा हमारा मानना है। डोटासरा रविवार को जयपुर के बाड़ा पदमपुरा में कांग्रेस सेवादल की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

कोई कह रहा है मुख्यमंत्री की छुट्टी होगी
पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा- अभी जो राजस्थान में सरकार चल रही है। उसका नमूना मैं आपको बताता हूं। सारे के सारे लोग इस काम में लगे हैं कि कब पद चला जाए। जो लूटना है, लूट लो। जो कमाना है कमा लो। कोई कह रहा है तेरी छुट्टी होगी। कोई कह रहा है तेरी छुट्टी होगी। कोई कह रहा मुख्यमंत्री की छुट्टी होगी। भाई प्रदेश की जनता ने 5 साल के लिए बीजेपी को सत्ता सौंपी है। आप कैसे विकास का काम करो, कैसे अच्छा शासन दे सको, कैसे अपराध रोक सको। इस दिशा में आपको चलना पड़ेगा।
एक कर्मचारी की तीन-तीन जगह पर्ची कट गई
डोटासरा ने कहा- इन्होंने तो हद ही कर दी। सत्ता में आने से पहले बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में लिखा था कि हम 100 दिन में पारदर्शी स्थानांतरण नीति बनाएंगे। अब तो 365 दिन से भी ज्यादा हो गए। पारदर्शी स्थानांतरण नीति तो बनी नहीं उल्टा लूटो, खोसो, खाओ, पकड़ो लाओ, पर्ची काटो चल रहा है।
प्रदेश के लोगों की नहीं सुनी जा रही
पीसीसी चीफ ने कहा- हालत यह है कि प्रदेश के लोगों की नहीं सुनी जा रही है। बराबर में एक अलग ही भवन है। उस भवन से पर्ची आती है, उस पर्ची के आधार पर राजनीतिक दुर्भावना से जो कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास रखता है। उसको प्रताड़ित करने का काम प्रदेश में बीजेपी की सरकार कर रही है।
एसआई भर्ती पर फैसला होगा तब तक खुद निपट जाओगे
डोटासरा ने कहा- आज 12 महीने हो गए हैं। हमारे मुख्यमंत्री ने मीडिया का एक भी सवाल नहीं लिया। जिस तरह से देश के प्रधानमंत्री मैनेज इंटरव्यू देते हैं, सीधे सवाल नहीं ले सकते हैं। वही मॉडल प्रदेश में भी आ गया है। हमारा मुख्यमंत्री प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक भी सवाल नहीं लेते हैं।
उन्होंने कहा- इनके तो मंत्री भी क्या बोलते हैं, मैंने तो इस्तीफा दे रखा है। मेरा स्वीकार क्यों नहीं हुआ, मुझे पता नहीं। यह दुर्भाग्य है कि हमारे प्रदेश का कैबिनेट मंत्री बार-बार कह रहा है कि मैंने इस्तीफा दे रखा है। दे कहां रखा है, कौनसी अलमारी में रखा है, बताओ तो सही हम लाकर देते हैं। क्या तमाशा बना रखा है। एसआई भर्ती निरस्त करेंगे, नहीं करेंगे। अरे जब तक फैसला होगा तब तक तो आप निपट जाओगे।
डोटासरा ने कहा- खुद का ही पता नहीं, कौन रहेगा, कौन आएगा, हालात खराब है। यह मैं इसलिए बता रहा हूं कि यहां जो प्रदेश से बाहर के लोग बैठे हैं। उनके यहां भी यही मॉडल होगा। किसी ऐसे को बैठाओ, जो अपना दिमाग नहीं लगाए। दिल्ली की पर्चियों से निर्णय करें। ऐसे व्यक्ति को स्टेट में भेज दो, जिससे दिल्ली की पर्ची से सारे प्रदेश की संपदा को लूटा जा सके।

हेलिकॉप्टर में मंदिर-मंदिर घूम रहे हैं
डोटासरा ने कहा- सरकार में नौटंकी चल रही है, कोई काम नहीं हो रहा है। अपराध बढ़ रहे हैं, माफिया हावी है। महिलाओं के साथ आए दिन रेप हो रहे हैं। प्रदेश में रोज नाबालिग बच्चियों के साथ रेप हो रहे हैं। कोई सुनने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा- हेलिकॉप्टर में बैठे आज उस मंदिर में, आज उस मंदिर में, आज कुंभ में। भाई मंदिर में जाओ, कुंभ में जाओ। किसी को ऐतराज नहीं है। आप राजस्थान की सरकार चला रहे हो, राजस्थान की जनता पीड़ित हो रही है, परेशान हो रही है। बच्चों को नौकरी नहीं मिल रही है। बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा है। माता-बहनों के साथ रेप हो रहे हैं। एससी-एसटी के साथ अत्याचार हो रहा है, किसान सड़कों पर सो रहे हैं। आप कर क्या रहे हो, बात तो बताओ।
इनकी हिम्मत पता नहीं कहां चली गई
किरोड़ीलाल मीणा को लेकर गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- उपचुनाव के परिणाम के बारे में पूछना है तो किरोड़ीलाल मीणा से पूछो। वो कल ही कह रहे थे कि मुझे चक्रव्यूह में फंसाया गया। फिर क्या कर रहे हो इनके अंदर। इन्होंने चक्रव्यूह रचा, आपको घेरकर मारा। फिर क्या उम्मीद करते हो इनसे। डोटासरा ने कहा कि आदमी तो हिम्मतवाला है, लेकिन पता नहीं हिम्मत कहां गायब हो गई। जब आपके विचार नहीं मिल रहे हैं। आप खुद कह रहे हो कि मेरे लोगों ने मुझे मारा तो फिर जनता आपसे क्या उम्मीद करेगी।
शिक्षामंत्री के बयानों से शर्म से सिर झुक जाएगा
डोटासरा ने कहा- इनके मंत्रियों के कहने से कोई बाबू नहीं लगाए। ये प्रदेश की जनता का क्या भला करेंगे। उन्होंने कहा- हमारे एक बहुत महान शिक्षा मंत्री हैं। आज की तारीख में उनके बयानों का अगर आकलन करो और पढ़ने लग जाओ कि उन्होंने क्या-क्या, कब-कब बयान दिए हैं तो शर्म से सिर झुक जाएगा।
उन्होंने कहा- हमारे प्रदेश के शिक्षा मंत्री कल कह रहे थे कि जो बच्चे आत्महत्या कर रहे हैं। वह प्रेम प्रसंग के कारण से कर रहे हैं। अब उनको बताओ कितना ज्ञान हो गया कि उन्होंने बच्चों का प्रेम प्रसंग देख लिया। कौन आत्महत्या करने वाला इनको कह गया कि मैं लड़की के चक्कर में जान दे रहा हूं। प्रदेश का शिक्षा मंत्री बोल रहा है भाई। कोई नवाचार करो, नामांकन तुम्हारे घट रहे हैं। स्कूल तुम बंद कर रहे हो। अंग्रेजी मीडियम के स्कूल हमने खोले, उसे आप बंद कर रहे हो। हालात यह है, हम सब चिंतित है कि यही कुनबा अगर रह गया तो इस प्रदेश का क्या हाल होगा।
एक-एक कर्मचारी की तीन- तीन जगह पर्ची कट गई। बेचारा आज भी रो रहा है। मेरा क्या होगा। मेरा ट्रांसफर हुआ या नहीं हुआ। मेरे से जमा पूंजी ली थी। उसका क्या होगा, वह कौन देगा। – गोविंद सिंह डोटासरा, पीसीसी अध्यक्ष