शव यात्रा को रास्ते के गेट पर ताला लगाकर रोका:बोले- दूसरे रास्ते से जाए, ढाणी में घरों के सामने से नहीं निकलने देंगे, समझाइश के बाद माने
शव यात्रा को रास्ते के गेट पर ताला लगाकर रोका:बोले- दूसरे रास्ते से जाए, ढाणी में घरों के सामने से नहीं निकलने देंगे, समझाइश के बाद माने

कोटपूतली : कोटपूतली के भाकरी गांव में कुछ लोगों ने शव यात्रा को श्मशान में ले जाने के बीच मुख्य रास्ते के गेट पर ताला लगा दिया। करीब दो घंटे तक शव रास्ते में रखा रहा। ग्रामीणों ने प्रशासन को बुलाकर मदद मांगी, जिसके बाद प्रशासन ने समझाइश की और रास्ता खुलवाया। इधर, दूसरे पक्ष का कहना है कि यह रास्ता ढाणी में घरों के सामने से निकलता है, शव यात्रा हमारे घर के बाहर से निकलती जो शुभ नहीं है।
दो घंटे जमीन पर रखा रहा शव
ग्रामीण मुखराम दान ने बताया-उनके ताऊ भगवान सहाय धनकड का सोमवार दोपहर को देहांत हो गया। उनकी शव यात्रा निकल रही थी कि बाबा गोपाल दास स्थान के पास अन्य ढाणी के लोगों ने रास्ता रोक दिया और गेट पर ताला लगा दिया। करीब दो घंटे तक शव जमीन पर रखा रहा।
ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर गिरदावर शशिधर यादव, प्रागपुरा थाना अधिकारी राजेश मीणा, बहादुर थाना अधिकारी पहुंचे और समझाइश की। जिसके बाद दूसरे ढाणी के ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए रास्ता खोलने के लिए तैयार हुए।
ढाणी के बीच से नहीं जाने दे रहे थे
शव यात्रा का रास्ता रोकने वाले सोणाराम पलसानिया, गिरधारी, हनुमान, कैलाश, महेंद्र, जलेसिंह ने बताया कि शव यात्रा दूसरे रास्ते से लेकर जाएं, यह रास्ता हमारे घरों के सामने से निकलता है। जो हमारे लिए शुभ नहीं रहता।
मौके पर पहुंचे राजस्व विभाग के गिरदावर शशिधर यादव ने बताया की यह रास्ता ग्राम पंचायत द्वारा बनाया गया है, सार्वजनिक है। दोनों ढाणी के लोगों में ढाणी के बीच से शव यात्रा निकालने को लेकर विवाद था, जो समझा इसके बाद रास्ता खुला दिया गया।