SDM थप्पड़कांड के आरोपी नरेश की रिहाई के लिए महापंचायत:सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम; गुंजल बोले- राजधानी में ईंट से ईंट बजा देंगे
SDM थप्पड़कांड के आरोपी नरेश की रिहाई के लिए महापंचायत:सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम; गुंजल बोले- राजधानी में ईंट से ईंट बजा देंगे

टोंक : SDM थप्पड़ कांड मामले में जेल में बंद नरेश मीणा समेत 59 आरोपियों की रिहाई और अफसरों पर कार्रवाई की मांग को लेकर नगरफोर्ट में महापंचायत हुई। कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल ने सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया है। मांगें नहीं माने जाने पर राजधानी जयपुर में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी।
गुंजल ने कहा- अगर 10 दिन में नरेश मीणा समेत जेल में बंद अन्य लोगों को रिहा नहीं किया गया तो राजधानी में ईंट से ईंट बजा देंगे। गुंजल ने सरकार को चेताया कि समरावता प्रकरण की न्यायिक जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराने, मामले में जेल में बंद सभी लोगों को छोड़ने समेत अन्य मांगे 10 दिन में नहीं मानी तो अब राजधानी जयपुर में बड़ा आंदोलन होगा।
‘इतिहास बनेगा आंदोलन, जब तक जान है लड़ता रहूंगा’
प्रहलाद गुंजल ने कहा- जिस SDM ने आचार संहिता का उल्लंघन कर वोट डलवाए, जिन पुलिसकर्मियों ने घरों में घुसकर लोगों को मारा, आग लगाई उनके खिलाफ सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा- जयपुर में होने वाला आंदोलन इतिहास बनेगा। ईंट से ईंट बजा देंगे। सरकार यह गलतफहमी निकाल दे कि आंदोलन को कुचल देंगे। जब तक जान है तब तक इस अन्याय के खिलाफ लड़ता रहूंगा।

पूर्व मंत्री खाचरियावास ने सीएम को बताया अयोग्य
महापंचायत में शामिल हुए पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा- ये वो ही सरकार है, जिन्होंने पहले गुर्जर समाज के लोगों को मारा है। अब घरों में घुसकर समरावता में दलितों को मारा है। उन्होंने मुख्यमंत्री के पास गृह मंत्रालय होने की बात कहकर समरावता में लोगों पर लाठीचार्ज, आगजनी और मारपीट के लिए उनको जिम्मेदार ठहराया। खाचरियावास ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर तंज कसते हुए कहा- वे अयोग्य मुख्यमंत्री है। पर्ची से उनकी लॉटरी लगी है।

एमपी के विधायक बोले- मैंने भी एसडीओ को मारा था
महापंचायत में शामिल होने आए मध्यप्रदेश के विधायक बाबूलाल झंडेल ने कहा- मैंने तो एसडीओ को ऐसा मारा था कि 27 टांके आए थे। मैं सीएम भजनलाल से कहना चाहता हूं कि आप लोकतंत्र की हत्या नहीं करें। मैं चंबल नदी की कसम खा रहा हूं कि हमने अंग्रेजों को भगा दिया तो ये क्या चीज है। सरकार सोचे कि सरकार जनता के लिए होती है। यह ध्यान रखें।
महापंचायत में उमड़े 60 हजार लोग
महापंचायत में आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी। दावा है कि महापंचायत में करीब 60 हजार लोग मौजूद रहे। सभी ने जेल में बंद नरेश मीणा समेत अन्य लोगों की रिहाई को लेकर आंदोलन करने की हुंकार भरी। लोगों ने भजनलाल सरकार होश में आओ, नरेश मीणा को न्याय दो की नारेबाजी भी की।

नरेश मीणा समेत 59 आरोपी अभी जेल में बंद
दरअसल, टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को उप चुनाव के दौरान समरावता गांव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया था। मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद रात को पुलिस ने नरेश मीणा को पकड़ा लिया था। इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने नरेश मीणा को पुलिस से छुड़ा लिया था। इसके बाद गांव में लाठीचार्ज-आगजनी की घटना हुई।
पुलिस ने समरावता गांव में गिरफ्तारियां की और नरेश मीणा को ढूंढने के लिए रातभर दबिश दी। अगले दिन 14 नवंबर को नरेश मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मामले में पुलिस ने कुल 63 आरोपियों को पकड़ा था, जिनमें से 4 नाबालिग को जमानत पर रिहा कर दिया गया। वहीं नरेश मीणा समेत 59 आरोपी अभी भी जेल में बंद हैं।