LPG टैंकर फटने से 34 लोगों से भरी बस जली:लपटें इतनी ऊंची थीं कि उड़ते पक्षी जल गए; सो रहे यात्री आग की चपेट में आए
LPG टैंकर फटने से 34 लोगों से भरी बस जली:लपटें इतनी ऊंची थीं कि उड़ते पक्षी जल गए; सो रहे यात्री आग की चपेट में आए

जयपुर : जयपुर में दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने LPG (BPCL) टैंकर और ट्रक की भीषण टक्कर में 5 लोग जिंदा जल गए। हादसे में 35 लोग झुलसे हैं। उदयपुर से जयपुर आ रही स्लीपर बस भी आग की चपेट में आ गई। इसमें सवार 34 पैसेंजर्स में से 20 हल्के झुलसे हैं। वहीं, 14 पैसेंजर्स और ड्राइवर-कंडक्टर अब तक लापता हैं।
जयपुर में पैसेंजर्स के परिजन अलग-अलग हॉस्पिटल में अपनों को ढूंढने की कोशिश में लगे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि आग की लपटें इतनी ऊंची थीं कि बड़ी संख्या में पक्षी भी जल गए हैं। पूरे एरिया में गैस फैलने के कारण हादसे के करीब 5 घंटे बाद तक लोगों को घुटन व आंखों में जलन महसूस हो रही है।

सबसे पहले जानिए कैसे हुआ हादसा
- एलपीजी से भरा टैंकर अजमेर की तरफ से जयपुर आ रहा था।
- भांकरोटा में डीपीएस स्कूल के सामने से टैंकर यू-टर्न ले रहा था।
- जयपुर की ओर से आ रहे ट्रक ने गैस के टैंकर के नोजल में टक्कर मार दी।
- नोजल से करीब 18 टन गैस हवा में फैल गई और 200 मीटर का एरिया गैस का चैंबर बन गया।
- इसके कुछ सेकेंड बाद ही टैंकर में जोरदार धमाका हुआ और आसपास के गाड़ियों में आग फैल गई।
- गेल इंडिया के डीजीएम ने बताया कि हादसा स्थल से करीब 100 मीटर दूर कच्चे तेल की पाइपलाइन भी है, लेकिन वो सेफ है।

जयपुर पहुंचने से 30 मिनट पहले जली बस
लेकसिटी ट्रैवल की बस गुरुवार रात 9 बजे उदयपुर से निकली थी। उस दौरान बस में 35 यात्री थे। एक पैसेंजर अजमेर में उतर गया था। बस को सुबह करीब 6.30 बजे जयपुर पहुंचना था, लेकिन 5.45 मिनट पर ही हादसे को शिकार हो गई। बस के पैसेंजर ने बताया कि अचानक ही बस में आग लग गइ थी।
बस का मेन गेट भी लॉक हो गया था। इस कारण लोगों को बाहर निकलने में देर हुई और कई लोगों की मौत हो गई। बस का ड्राइवर इस हादसे में सबसे पहले चपेट में आया। मौके पर 2 से 3 किलोमीटर के एरिया में सड़क पर जो भी वाहन थे, वे सभी इस आग की चपेट में आ गए। इसके बाद करीब एक घंटे तक धमाके सुनाई दिए।

कपड़े उतारकर भागने लगे लोग
हवा में तेजी से फैली गैस ने हादसे को भयावह कर दिया। आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि जब वे धमाका सुनकर बाहर निकले तो लोग इधर-उधर भाग रहे थे। कई लोगों जलते हुए कपड़ों को उतारने की कोशिश कर रहे थे। मौके पर पहुंचे एक परिजन मोहन लाल ने बताया कि मदद करने के दौरान भी कई लोग गैस के कारण बेहोश हो गए।
आग इतनी भीषण थी कि हम दूर हो गए। मौके पर क्या हुआ कुछ पता ही नहीं चला। मेरा भी भांजा हरिलाल हादसे में झुलस गया है। उसका इलाज चल रहा है। हादसे की जगह करीब 400 मीटर के दायरे में सैकड़ों की संख्या में पक्षी भी जले हुए पड़े हैं। सड़क किनारे खड़ी 25 से ज्यादा गाड़ियां भी जल गईं हैं।
हादसे में 40 से ज्यादा गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं। कई गाड़ियां ऐसी थीं जिनमें से लोगों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। टैंकर के पीछे चल रही एक स्लीपर बस और हाईवे के किनारे मौजूद पाइप फैक्ट्री भी जल गई। धमाके और आग के कारण हाईवे बंद किया गया है। हादसे की जगह गैस फैलने से रेस्क्यू में काफी परेशानी आई।
कपड़े उतारकर भागने लगे लोग
हवा में तेजी से फैली गैस ने हादसे को भयावह कर दिया। आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि जब वे धमाका सुनकर बाहर निकले तो लोग इधर-उधर भाग रहे थे। कई लोगों जलते हुए कपड़ों को उतारने की कोशिश कर रहे थे। मौके पर पहुंचे एक परिजन मोहन लाल ने बताया कि मदद करने के दौरान भी कई लोग गैस के कारण बेहोश हो गए।
आग इतनी भीषण थी कि हम दूर हो गए। मौके पर क्या हुआ कुछ पता ही नहीं चला। मेरा भी भांजा हरिलाल हादसे में झुलस गया है। उसका इलाज चल रहा है। हादसे की जगह करीब 400 मीटर के दायरे में सैकड़ों की संख्या में पक्षी भी जले हुए पड़े हैं। सड़क किनारे खड़ी 25 से ज्यादा गाड़ियां भी जल गईं हैं।
परिजन बोले- पूरा चेहरा जला, सांस भी नहीं ली गई

शोएब: हमारे घर में 1 जनवरी को शादी है। मेरा भाई उदयपुर से जयपुर आ रहा था। जैसे ही बस में आग लगी वो कुछ सेकेंड में बस से बाहर कूद गया, लेकिन फिर भी उसके दोनों हाथ और पैर बुरी तरह जल गए हैं। अब उसका इलाज जारी है।
शिल्पा: हमारे घर से 3 किलोमीटर दूर हादसा हुआ है। मेरे पति और पड़ोसी बाइक से जयपुर जल्दी काम पर निकले थे। उन्हें इस दौरान बदबू आने लगी। उन्होंने बाइक वापस आने के लिए मोड़ी तो बंद हो गई। दोनों 50 से 60 फीसदी जल गए हैं। हेलमेट चेहरे पर चिपक गया था। आंखें तक जल गईं हैं।
देव शर्मा: हादसे में मेरे माता-पिता झुलस गए हैं। मेरे पास सुबह 5.30 बजे फोन आया था कि हम जल गए हैं।। भांकरोटा में घर की तरफ निकल रहे हैं। हम घर पहुंचे तो दोनों के हाथ-पैर जले हुए थे।
हादसे का एरियल फुटेज…

100 मीटर दूर थी क्रूड ऑयल की पाइप लाइन
गेल इंडिया लिमिटेड के डीजीएम(फायर एंड सेफ्टी) सुशांत कुमार सिंह ने बताया कि घटनास्थल से 100 मीटर दूरी पर गेल की पाइप लाइन गुजर रही है। यहां बीपीसीएल का एलपीजी से भरा टैंकर जा रहा था, जिसे लोडेड कंटेनर ने आकर टक्कर मारी, जिससे लिक्विड रूप में एलपीजी निकल कर फैल गई। इस वजह से यह पूरा एरिया आग का गोला (फायर बाॅल) बन गया।
सुशांत कुमार सिंह ने बताया कि हादसे के कारण जब एलपीजी बाहर आई तो उसने अपने आप आग पकड़ ली, क्योंकि जब टक्कर लगी तो स्पार्क हुआ था। ब्लास्ट की सूचना मिलते ही 30 से ज्यादा एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। सभी घायलों को जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित कई मंत्रियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर हादसे के कारणों की जानकारी ली।
SMS हॉस्पिटल में एडमिट घायल
गोविंद नारायण (33), संदीप (30), बनवारी लाल (32), शाहिद (34), अशोक पारीक (35), वंजीता (23), राधेश्याम चौधरी (32), लाला राम (28), सहाबुद्दीन (35), नरेश (36), अमर (42), हरलाल (29), शिवा (32), राजू राज (40), गीता (23), शैलेन्द्र (35), लोकेश कुमार (18), शबनम (24), फिजन (20), राजू लाल जाट (34), बबलू गुर्जर (21), कपिल (24), सुरेन्द्र (50), महेन्द्र (42), सुनील (20), अशोक (35), जगदीश रैगर (30), सौमराज मीना (28), युसूफ (45), लीला (45), लक्ष्मण (37), विजेन्द्र (36) और निर्मला (68)
जयपुर में हादसे से जुड़े PHOTOS…

















