जनमानस शेखावाटी संवाददाता : सुभाष चन्द्र चौबदार
नवलगढ़ : भगवान श्री कृष्ण द्वारा सेवित, सरक्षति एवं सवृद्धित गौ माता की सेवा मानव मात्र का प्रथम कर्तव्य है! गोपाष्टमी क़े अवसर पर श्री कृष्ण गौ शाला एवं चिकित्सा केंद्र नवलगढ़ पर ब्रह्मचारी गणेश चैतन्य महाराज क़े सानिध्य में गौ भक्तो एवं सेवकों ने दुर्घटना में घायल गौवश की सेवा करके एवं सुंदरकांड का पाठ हवन करके गोपाष्टमी मनाई।
प्रमोद बलौदा ने बताया की पिछले लगभग डेढ़ वर्ष से गौ भक्तो एवं सेवकों क़े द्वारा गौ सेवा एवं चिकित्सा की सेवा न्यू इंडियन स्कूल क़े पास नागरमल बलौदा द्वारा प्रदत जगह पर संचालित श्री कृष्ण गौ शाला में घायल गौ वंश की निरंतर सेवा की जा रही है। गौपाष्टमी क़े अवसर पर 56 भोग खिलाकर गौ माता का आशीर्वाद गौ भक्तो ने प्राप्त किया।
नवलगढ़ क़े इस सेवा केंद्र पर निराश्रित घायल गोवंश का उपचार एवं देखरेख की जाती है जहां पर सभी प्रकार के घायल नंदी एवं गायों का उपचार किया जाता है जो किसी दुर्घटना में अथवा मानव द्वारा पीड़ा पहुंचाया गया गौ वंश है उसको एम्बुलेंस से लाकर सेवा व उपचार दिया जाता हैं। गोपाष्टमी पर्व पर ब्रह्मचारी गणेश चैतन्य महाराज के सानिध्य में सुंदरकांड पाठ एवं गोपाष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया।
इस मौके पर गौ भक्त आशुतोष सुरोलिया ने अपनी बेटी के जन्मदिन व गोपाष्टमी पर्व पर श्री कृष्ण गौशाला में हर माह 1100 रूपये देने का संकल्प लिया। यह नवलगढ़ क्षेत्र की ऐसी गौशाला है जहां एक भी दुधारू गाय नहीं हैं केवल पीड़ित और घायल गोवंश की ही सेवा की जाती है।
इस अवसर पर निरंतर सेवा देने वाले गौ सेवकों भैरों सिंह राठौड़, नगरमल, प्रमोद बलौदा, आशुतोष सुरोलीया, ललित जांगिड़, जयवीर, तनुज, योगेश, टीकू, मयूर, कैलाश, चिराग, वरुण, शुभम, शिवराज, संजय, मुकेश, कुनाल, राकेश, विष्णु, पिंटू, विनीत, दीपक सहित अनेक सेवकों ने सेवा करके कामधेनु गौ माता का आशीर्वाद प्राप्त किया।