अमेरिका में मध्यावधि चुनाव आज: बाइडेन और ट्रंप के लिए अग्निपरीक्षा, भारतीय मूल के 5 नेता भी ठोक रहे ताल
अमेरिका में आज मध्यावधि चुनाव हो रहे है। सदन और सीनेट की करीब 500 सीटों के लिए 1,200 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं। इससे पता चलेगा कि बाइडन के कार्यकाल में शेष दो साल अमेरिकी संसद पर किसका नियंत्रण रहेगा।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 2024 में वो फिर से चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं। ट्रंप ने राष्ट्रपति का पद छोड़ने के बाद रिपब्लिकन पार्टी पर अपनी पकड़ बनाए रखी है। उन्होंने सीनेट के लिए 35 में से 25 रिपब्लिकन का समर्थन किया है। उनको 2022 के मध्यावधि चुनाव के लिए अभियान में अधिक उम्मीदवारों का समर्थन किया था।
दो साल अमेरिकी संसद पर किसका रहेगा नियंत्रण
अमेरिका में मध्यावधि चुनाव के लिए 50 राज्यों के 435 सीटों पर मतदान होना है। इसमें बहुमत के लिए 218 सीटें चाहिए। इसमें यदि रिपब्लिकन पार्टी की जीत होती है तो 3 जनवरी 2023 से 3 जनवरी 2025 तक देश की संसद के सभी फैसले उनके हाथ में रहेंगे।
मध्यावधि चुनाव में आज लाखों अमेरिकी मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इसे बाइडेन की लोकप्रियता और जमीनी स्तर पर उनके किए कामों के परिणाम के रूप में देखा जा रहा है। बाइडेन अगर दूसरी बार भी अमेरिका के राष्ट्रपति बनना चाहते हैं। वहीं पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 2024 में वो फिर से चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं। ऐसे में यह चुनाव बेहद अहम होने वाला है।
यूएस हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स के लिए होने वाले मध्यावधि चुनाव की दौड़ में भारतीय मूल के पांच अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं। चुनावी विश्लेषकों के मुताबिक इनकी जीतने की सौ फीसदी संभावना है। इनमें से चार उम्मीदवार एमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना और प्रमिला जयपाल तो मौजूदा सांसद हैं। जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी ने फिर से चुनावी समर में उतारा है।