आंगनबाड़ी पर लगेंगे 20 पौधे, बेस्ट जिलों को किया सम्मानित:आईसीडीएस जिला उपनिदेशकों की बैठक हुई आयोजित, महिला बाल विकास शासन सचिव ने दिए अवॉर्ड
आंगनबाड़ी पर लगेंगे 20 पौधे, बेस्ट जिलों को किया सम्मानित:आईसीडीएस जिला उपनिदेशकों की बैठक हुई आयोजित, महिला बाल विकास शासन सचिव ने दिए अवॉर्ड

जयपुर : महिला एवं बाल विकास शासन सचिव डॉ. मोहनलाल यादव की अध्यक्षता में शुक्रवार को समेकित बाल विकास सेवाएं (आईसीडीएस) जिला उपनिदेशकों की मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जो महिला अधिकारिता परिसर में आयोजित की गई। डॉ. मोहनलाल यादव ने विभागीय समीक्षा बैठक में जून महीने उत्कृष्ट कार्य करने वाले कार्मिकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इसमें श्रीगंगानगर उप निदेशक सुमित्रा विश्नोई को प्रथम स्थान, बीकानेर उप निदेशक सुभाष विश्नोई को द्वितीय स्थान एवं झुंझुनूं उप निदेशक बिजेंद्र राठौड़ को तृतीय स्थान पर बेहतर कार्य किए जाने के लिए सम्मानित किया। इसके साथ ही उपनिदेशक भीलवाड़ा नगेंद्र तोलम्बिया , पाली उपनिदेशक राजेश कुमार और दौसा उप निदेशक विजय कुमार को भी अच्छे प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया।
सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले कार्मिकों को प्रशस्ति पत्र दिए
महिला एवं बाल विकास शासन सचिव ने निदेशालय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले कार्मिकों में उपनिदेशक डॉक्टर मंजू यादव उपनिदेशक तेज प्रकाश अग्निहोत्री, संयुक्त परियोजना समन्वयक ओमप्रकाश सैनी एवं महिला पर्यवेक्षक सुमन यादव को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। शासन सचिव ने सभी जिला उपनिदेशकों को निर्देश दिए कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर, खुद के भवन निर्माण, उन पर विद्युत कनेक्शन और वहां पानी का कनेक्शन किए जाने और वहां शौचालयों का निर्माण के कार्यों को गति प्रदान करें।
जल सुरक्षा के सम्बन्ध में आवश्यक प्रयास करें
डॉ. मोहनलाल यादव ने निर्देश दिए कि राजकीय कार्यालयों एवं आंगनबाडी केंद्रों पर जल संरक्षण, जल संचयन तथा जल सुरक्षा के सम्बन्ध में आवश्यक प्रयास करें। उन्होंने प्रत्येक आंगनबाडी केंद्र पर 20 पौधरोपण करवाए जाने के निर्देश दिए। बारां, करौली एवं धौलपुर में पोषण वाटिका की प्रगति पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए।
जिला उप निदेशकों की बैठक में दिव्यांग बच्चों के लिए आंगनवाड़ी प्रोटोकॉल पर यूनिसेफ की ओर से प्रस्तुतिकरण दिया गया। इसमें बताया कि भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों पर व्यवहार में लाए जाने के लिए प्रोटोकॉल तैयार किया है। जिसे राज्य की सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पालन किया जाना है। स्क्रीनिंग, इंक्लूजन, रेफरल और फॉलोअप सहित तीन स्तर पर आंगनबाडी केंद्रों पर कार्य किया जाना है। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर विव्यांग बच्चों के अनुकूल सुविधाएं विकसित की जाए। इस अवसर पर वित्तीय सलाहकार पदमचंद, अतिरिक्त निदेशक चांदमल वर्मा, संजय शर्मा, उपनिदेशक डॉ. मंजू यादव और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।