धौलपुर : धौलपुर प्रदेश में संचालित महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों को बंद नहीं किया जाएंगे। जिन स्कूलों में आधारभूत सुविधाएं कम हैं, उन्हें सुधार कर संसाधनों का विस्तार भी किया जाएगा। हाल ही शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी आदेशों में इनको बंद नहीं किए जाने के संकेत हैं। आदेश में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए इन स्कूलों में संविदा पर लगे 10 हजार शिक्षकों के लिए वित्तीय स्वीकृति जारी की है। इस राशि का उपयोग संविदा शिक्षकों के मानदेय या बकाया मानदेय भुगतान के लिए होगा।
दरअसल, वर्ष 2022 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालयों में संविदा पर अंग्रेजी पढ़ाने वाले शिक्षकों की भर्ती की थी। प्रदेशभर में 10 हजार संविदा शिक्षक लगाए गए थे। सभी शिक्षक वर्तमान मे भी इन विद्यालयों में कार्यरत हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के 3560 विद्यालयों हैं। जिनमें 7 लाख से अधिक विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। वहीं जिले में 6 ब्लॉक में 60 राजकीय महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल हैं। जिनमें लगभग 1700 से अधिक विद्यार्थी पढ़ रहे है। ^अभी स्कूल बंद करने के कोई ऐसे आदेश प्राप्त नही हुए है। स्कूल अभी संचालित रहेगें। सभी स्कूलों की अभी समीक्षा रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट तैयार की जा रही है। -महेश मंगल सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी, धौलपुर तीन माह पहले शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने कहा कि महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालयों को रिव्यू कर बंद करेंगे। फिर बयान आया कि जल्द ही इन स्कूलों का रिव्यू किया जाएगा और बंद होंगे। इसके एक माह बाद विभाग द्वारा आदेश जारी कर उन स्कूलों से प्रस्ताव मांगने की जानकारी सामने आई, जहां संसाधनों की कमी थी। मुख्यमंत्री भजनलाल और केंद्र सरकार तक पहुंचाई। इसके बाद अचानक राजनीतिक बयानबाजी आनी बंद हो गई। गत 23 अप्रैल को विभाग ने आदेश जारी कर अंग्रेजी विद्यालयों में नामांकन और बच्चों के प्रवेश की गाइडलाइन जारी की। हालांकि के बाद भी यह स्पष्ट नहीं किया कि इन स्कूलों का क्या करेंगे।