कान पकड़कर बोले- रील नहीं बनाएंगे, अपराध नहीं करेंगे:लूट के आरोपियों का सड़क पर जुलूस; एक पर 17 केस दर्ज दूसरा थाने का हिस्ट्रीशीटर
कान पकड़कर बोले- रील नहीं बनाएंगे, अपराध नहीं करेंगे:लूट के आरोपियों का सड़क पर जुलूस; एक पर 17 केस दर्ज दूसरा थाने का हिस्ट्रीशीटर

बगड़ : लूट के 4 आरोपियों की पुलिस ने परेड निकाली। चारों सड़क पर लंगड़ाते हुए चलते रहे, सिर झुकाए कान पकड़ कर कहते नजर आए- अपराध नहीं करेंगे, गुंडागर्दी की रील नहीं डालेंगे, आगे से ऐसी गलती नहीं करेंगे।
पुलिस ने दोपहर 3 बजे जब बदमाशों का जुलूस निकाला तो सड़क से गुजर रहे राहगीर उन्हें मुड़-मुड़ कर देखते रहे।
इनमें से एक बदमाश पर पहले से 17 मुकदमे दर्ज हैं, ये जिले का मोस्ट वांटेड भी है। वहीं दूसरा हिस्ट्रीशीटर है। अन्य 2 लूट के मामले में सहयोगी हैं।
मामला झुंझुनूं के बगड़ थाना इलाके का है। यहां गुरुवार दोपहर पुलिस ने बदमाशों की परेड निकाली।
झुंझुनूं एसपी बृजेश ज्योति ने बताया- बाइक सवार से ज्वेलरी और कैश लूट के मामले में नीतीश (26) उर्फ ब्लेकिया, संदीप (30) उर्फ डांग, राहुल पूनिया और अजय जाखड़ को गिरफ्तार किया गया है।
नीतीश वह पहले से 17 आपराधिक मामलों में वांटेड है, इसमें हत्या, हत्या का प्रयास, जेल में मोबाइल रखना और जेल से भागने के क्रिमिनल केस दर्ज हैं। वहीं, संदीप उर्फ डांग भी 6 मामलों में आरोपी है और सूरजगढ़ थाने का हिस्ट्रीशीटर है। गिरफ्तार किए गए अन्य दो आरोपी राहुल पूनिया और अजय जाखड़ भी इस लूट की वारदात के बाद से फरार चल रहे थे।
अब देखिए परेड की तस्वीरें…
1. लंगड़ाते चले लूट के आरोपी

2. कान पकड़कर चलते रहे

3. 17 मामलों का आरोपी पुलिस की गिरफ्त में

पढ़िए क्या थी वारदात
घटना 21 मई 2025 की है। पीड़ित अमित कुमार पुत्र हवा सिंह (निवासी क्यामसर) ने पुलिस थाना सुलताना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया- जब वह मोटरसाइकिल से झुंझुनू से सुल्ताना जा रहा था, तब प्रतापपुरा अंडरपास (रेलवे) के पास एक स्विफ्ट गाड़ी उसकी बाइक के आगे आकर रुकी। गाड़ी से नीतीश उर्फ ब्लेकिया, संदीप डांगी उर्फ डांगला, अनुज उर्फ भानजा, अजय जाखड़, और राहुल (माखर) उतरे। उनके हाथों में पाइप थे, जिससे डरकर अमित भागने लगा। आरोपियों ने उसका पीछा किया, पकड़कर पाइप से मारपीट की। उसके पास से सोने की लेडीज चैन, एक जोड़ी सोने के झुमके (जो उसने उसी दिन महालक्ष्मी ज्वैलर्स से लिए थे), और जेब में रखे 48,000 छीनकर ले गए थे।
जयपुर मुंबई में फरारी काट रहे थे
एसपी ने बताया- ये आरोपी पिछले 5 महीनों से फरार चल रहे थे। आरोपी पुलिस से बचने के लिए जयपुर और मुंबई जैसी जगहों पर फरारी काट रहे थे। पुलिस टीम ने आरोपियों का पता लगाने के लिए सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले।
इसके बाद 8 अक्टूबर 2025 को कॉन्स्टेबल अमित कुमार (डीएसटी नवलगढ़) 10,000 के इनामी नीतीश का इनपुट मिला। यह अपने साथियों के साथ अपने गांव माखर की ढाणी में अपने घर आया हुआ था। सूचना मिलते ही थानाधिकारी बगड़ सुभाष चंद सामोता ने नीतीश, उसके साथी राहुल को पकड़ा। इसके बाद आरोपियों से पूछताछ में 5,000 के इनामी अपराधी संदीप और उसके साथी अजय को मठ स्टैंड बगड़ के पास से गिरफ्तार किया गया।

अमित मोटासरा की रही अहम भूमिका
बगड़ पुलिस की इस बड़ी सफलता में डीएसटी नवलगढ़ के कांस्टेबल अमित मोटासरा की भूमिका बेहद अहम रही। उन्होंने अपने विश्वसनीय मुखबिर तंत्र और तकनीकी निगरानी के जरिए जिले के टॉप टेन में शामिल 10 हजार के इनामी अपराधी नितिश उर्फ ब्लैक की लोकेशन माखर की ढाणी में ट्रेस की। जानकारी की पुष्टि के बाद उन्होंने तुरंत बगड़ थानाधिकारी को सूचना दी, जिसके आधार पर पुलिस टीम ने दबिश देकर अपराधियों को गिरफ्तार किया। उनकी सतर्कता, त्वरित सूचना और फील्ड में सक्रियता से ही यह गिरफ्तारी संभव हो सकी। एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने उनके योगदान की सराहना की है।