रींगस में 70 फीट रावण, 40 फीट के पुतले तैयार:दहन के लिए भगवान श्रीराम छोड़ेंगे अग्निबाण, लंका दहन भी होगा
रींगस में 70 फीट रावण, 40 फीट के पुतले तैयार:दहन के लिए भगवान श्रीराम छोड़ेंगे अग्निबाण, लंका दहन भी होगा

रींगस : रींगस में युवा विकास मंच द्वारा आयोजित होने वाले दशहरा महोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। दो अक्टूबर को दशहरा मैदान में 70 फीट ऊंचे रावण और 40-40 फीट के मेघनाथ व कुंभकरण के पुतलों का दहन किया जाएगा। इस बार भगवान श्रीराम द्वारा अग्निबाण छोड़कर पुतलों का दहन किया जाएगा, जो महोत्सव का मुख्य आकर्षण होगा। मंच अध्यक्ष आर्यन पारीक और पुतला निर्माता मनोज कुमार जांगिड़ ने बताया कि तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। श्री परशुराम भवन ब्राह्मण धर्मशाला में पिछले पंद्रह दिनों से इन विशालकाय पुतलों का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसे तेजी से पूरा किया जा रहा है।

मंच सचिव और शिक्षाविद् विजय कुमावत ने बताया कि इस वर्ष दशहरा महोत्सव को और अधिक रोचक बनाने के लिए कई नई चीजें शामिल की गई हैं। पुतला दहन से पहले दस सिर वाले रावण के पुतले की गर्दन चारों ओर घूमती हुई दिखाई देगी। इसके अतिरिक्त, पुतला दहन से पूर्व रावण सहित विभिन्न देवी-देवताओं की सजीव झांकियों के साथ एक भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी।
ये शोभायात्रा चौपड़ बाजार स्थित गोपीनाथ राजाजी मंदिर से शुरू होकर नगर पालिका क्षेत्र के प्रमुख मार्गों और बाजारों से होती हुई दशहरा मैदान पहुंचेगी। शोभायात्रा में रावण की झांकी के माध्यम से विभिन्न संदेश दिए जाएंगे। दशहरा मैदान में शानदार आतिशबाजी के साथ हनुमानजी की सजीव झांकी द्वारा लंका दहन किया जाएगा, जिसे विदेशी रंगीन लाइटों से और भी आकर्षक बनाया जाएगा। शाम को भजन संध्या में राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित भजन गायक संतोष व्यास भगवान श्रीराम और हनुमानजी के भजनों की प्रस्तुतियां देंगे।

भजन संध्या के बाद दशहरा मैदान मे राम व रावण के बीच युद्ध के दृश्यों को मंचन किया जाएगा। जिसमें सबसे पहले हनुमानजी की सजीव झांकी लंका दहन करेगी। इसके बाद कुंभकरण व मेघनाथ के पुतलों का दहन किया जाएगा। इन सबके बाद भगवान श्रीराम अग्निबाण से रावण के पुतले का दहन करेगें। रावण पूतला दहन के साथ ही दशहरा महोत्सव के समापन की घोषणा होगी। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूर्व अध्यक्ष गोविंद शर्मा आदि रोजाना तैयारियों की प्रगति रिपोर्ट ले रहे है।